मारुति सुजुकी ने GST में कटौती के बाद अपनी पूरी लाइनअप की कारों की कीमतों में जबरदस्त कमी की है। इसका मकसद है मांग बढ़ाना, लोगों की पहुंच में कारों को लाना और भारत में कार स्वामित्व बढ़ाना, जो अभी भी काफी कम है।
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी, मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (MSIL) ने ऑटोमोबाइल्स पर जीएसटी (GST) में संशोधन के बाद अपने सभी पैसेंजर व्हीकल्स की कीमतों में बड़ी कटौती की घोषणा की है। यह कदम 22 सितंबर, 2025 से प्रभावी है और इसका उद्देश्य भारत में मांग बढ़ाना और कार स्वामित्व की दर को बढ़ावा देना है, जहाँ currently हर 1000 लोगों पर केवल 34 लोगों के पास ही कार है।
नई कीमतों में सबसे ज्यादा फायदा एंट्री-लेवल मॉडल्स को!
नई कीमतों की संरचना के तहत, एंट्री-लेवल मॉडल्स की कीमतों में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली है। एस-प्रेसो की शुरुआती कीमत अब सिर्फ 3.49 लाख रुपये है, जिससे आपको 1.29 लाख रुपये तक की बचत होगी। वहीं, ऑल्टो K10 की शुरुआती कीमत अब 3.69 लाख रुपये है, जो पहले से 1.07 लाख रुपये तक सस्ती है। प्रीमियम हैचबैक और सेडान कारों, जिनमें बैलेनो, स्विफ्ट और डिजायर शामिल हैं, की कीमतों में अब 87,700 रुपये तक की कमी की गई है। एसयूवी की बात करें तो ब्रेज़ा और फ्रॉन्क्स की कीमतों में 1.12 लाख रुपये से अधिक की कटौती की गई है, जबकि ग्रैंड विटेरा अब 1.07 लाख रुपये तक सस्ती हुई है। जिम्नी की कीमत में 51,900 रुपये की कमी की गई है।
नए लॉन्च हुए मारुति सुजुकी विक्टोरिस एसयूवी को 10.49 लाख रुपये की शुरुआती कीमत के साथ लाइनअप में शामिल किया गया है, जबकि इनविक्टो एमपीवी की कीमत में 61,700 रुपये तक की कटौती की गई है। एर्टीगा और XL6 की कीमतों में क्रमशः 46,400 और 52,000 रुपये की कमी की गई है।
मारुति सुजुकी ने पुष्टि की है कि उन्होंने न सिर्फ तैयार कारों पर, बल्कि पुर्जों पर भी पूरा GST लाभ ग्राहकों को दिया है। इससे ग्राहकों के लिए कार खरीदना आसान होगा और डीलर नेटवर्क को भी स्थिरता मिलेगी। कंपनी ने कहा, “इससे वॉल्यूम बढ़ेगा और इस तरह हमारे चैनल पार्टनर्स का भी ख्याल रखा जाएगा। जहां भी जरूरत होगी, हम अपने चैनल पार्टनर्स को मुआवजा देंगे।”
मैक्रो टेलविंड्स: कम EMI, ज्यादा डिस्पोजेबल इनकम
कीमतों में कटौती को व्यापक नीतिगत समर्थन का भी फायदा मिल रहा है, जिसमें भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की रेपो रेट में कटौती, इनकम टैक्स रिबेट और GST संशोधन शामिल हैं। इन उपायों से EMI कम होने, डिस्पोजेबल इनकम बढ़ने और कारों को और अधिक किफायती बनने की उम्मीद है। मारुति सुजुकी का अनुमान है कि ग्राहकों पर कुल 8.5% का शुद्ध सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, जबकि एर्टीगा और XL6 जैसे मॉडलों को लगभग 3.5% का फायदा होगा।
लिमिटेड पीरियड ऑफर, लेकिन आगे बढ़ते कदम
कंपनी ने स्पष्ट किया है कि संशोधित मूल्य एक सीमित अवधि का ऑफर है, जिसकी समीक्षा कैलेंडर वर्ष के अंत तक की जाएगी। हालांकि, MSIL को उद्योग की वृद्धि को लेकर आशावाद है। कंपनी ने कहा, “हमें विश्वास है कि अगले वित्तीय वर्ष में बाजार 6-7% की वृद्धि के साथ वापसी करेगा।”
भारत में उच्च मोटराइजेशन
मारुति सुजुकी हैचबैक कारों को दोपहिया वाहन चालकों को पहली बार कार खरीदने के लिए प्रेरित करने का जरिया मानती है। भारत में दोपहिया वाहनों की संख्या 266 मिलियन आंकी गई है, जबकि चार पहिया वाहनों की संख्या महज 48 मिलियन है। कंपनी का लक्ष्य अपने लोकप्रिय एंट्री-लेवल मॉडलों के जरिए मोटराइजेशन को तेज करना है। मारुति ने ऑल्टो की 4.6 मिलियन यूनिट्स बेची हैं, जबकि वैगनआर लगातार चार साल तक देश की सबसे ज्यादा बिकने वाली कार रही है।

GST में कटौती का लाभ उठाकर और किफायती होने का भरोसा देकर, मारुति सुजुकी इस सफलता को दोहराना और एंट्री-लेवल हैचबैक से लेकर प्रीमियम एसयूवी तक सेगमेंट में कार स्वामित्व का विस्तार करना चाहती है।
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FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
1. क्या यह प्राइस कटौती सभी मारुति मॉडल्स पर लागू है?
जी हाँ, मारुति सुजुकी ने GST में कटौती का पूरा फायदा अपने पूरे पोर्टफोलियो, जिसमें एस-प्रेसो और ऑल्टो जैसी छोटी कारें से लेकर ब्रेज़ा, ग्रैंड विटेरा जैसे एसयूवी और इनविक्टो जैसे एमपीवी शामिल हैं, को दिया है। हर मॉडल पर छूट की राशि अलग-अलग है।
2. कार के पुर्जों पर भी क्या कीमतें कम हुई हैं?
हाँ, मारुति सुजुकी ने स्पष्ट किया है कि उन्होंने न सिर्फ नई कारों पर, बल्कि स्पेयर पार्ट्स पर भी GST में हुई कमी का पूरा लाभ ग्राहकों तक पहुँचाया है। इससे कार के रखरखाव की लागत भी कम होगी।
3. क्या यह कीमतें आगे और कम हो सकती हैं?
कंपनी के अनुसार, यह संशोधित मूल्य एक ‘सीमित अवधि का ऑफर’ है और इसकी समीक्षा इस कैलेंडर वर्ष के अंत में की जाएगी। भविष्य में कीमतों में कोई भी बदलाव बाजार की स्थितियों और कंपनी की नीति पर निर्भर करेगा।





















