अब तक की सबसे तेज़ प्रोडक्शन कार का खिताब अब एक इलेक्ट्रिक हाइपरकार के नाम है! BYD की लग्जरी ब्रांड यांगवांग की U9 Xtreme (U9X) ने 496.22 kmph की अभूतपूर्व टॉप स्पीड हासिल करके एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है। इसने न सिर्फ पुराने इलेक्ट्रिक रिकॉर्ड्स को तोड़ा बल्कि पेट्रोल कारों के दशकों पुराने रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया है।
यह ऐतिहासिक कारनामा 14 सितंबर, 2025 को जर्मनी के एक हाई-टेक टेस्ट ट्रैक पर हुआ। इस रिकॉर्ड की पुष्टि के बाद अब आधिकारिक तौर पर दुनिया की सबसे तेज कार एक ‘चाइनीज़ इलेक्ट्रिक कार’ है। है ना गर्व की बात?
क्या है इस सुपरकार की सुपरपावर? (Technical Breakthroughs)
यह कार कोई आम इलेक्ट्रिक कार नहीं है। इसे बनाने के लिए यांगवांग ने कुछ जबरदस्त टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया है:
- 1200V सुपर-हाई वोल्टेज सिस्टम: ज्यादातर इलेक्ट्रिक कारें 800V सिस्टम पर चलती हैं, लेकिन U9X 1200V सिस्टम से लैस है। समझ लीजिए यह हाईवे की जगह एयरपोर्ट की रनवे जितनी पावर देता है।
- 3000bhp का दमदार पंच: इस कार में चार इलेक्ट्रिक मोटर्स लगी हैं, जो मिलकर 3000 अश्वशक्ति (bhp) का जबरदस्त पावर पैदा करती हैं। यानी लगभग 20 मारुति सुजुकी वैगनआर कारों के बराबर की ताकत!
- खास ब्लेड बैटरी: इसे BYD की मशहूर लिथियम आयरन फॉस्फेट ब्लेड बैटरी मिली है, जो बेहद कम समय में जबरदस्त ऊर्जा छोड़ सकती है।
- रेस-रीडी टायर्स: इतनी तेज रफ्तार को संभालने के लिए इसे खास सेमी-स्लिक टायर्स दिए गए हैं।
इस रिकॉर्डिंग रन को अंजाम दिया जर्मन रेसिंग लीजेंड मार्क बैसेंग ने। उन्होंने कार की स्थिरता की तारीफ करते हुए कहा कि इलेक्ट्रिक मोटर की वजह से कार बिल्कुल शांत और संतुलित रहती है, जिससे पूरा ध्यान सिर्फ रास्ते पर केंद्रित रहता है।
सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि यह ‘लिमिटेड एडिशन’ हाइपरकार दुनिया भर में सिर्फ 30 यूनिट ही बनाई जाएगी। यानी यह न सिर्फ सबसे तेज बल्कि सबसे दुर्लभ कारों में से एक होगी।

BYD की एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट स्टेला ली ने इस उपलब्धि को कंपनी के इंजीनियरिंग दम का प्रमाण बताया। इस रिकॉर्ड ने साबित कर दिया है कि अब सस्टेनेबिलिटी और स्पीड एक साथ चल सकती हैं। दुनिया की सबसे तेज कार अब इलेक्ट्रिक है, और यह सिर्फ एक शुरुआत है!
3 अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1. क्या Yangwang U9 Xtreme सड़कों पर चलने के लिए कानूनी है?
जी हाँ, क्योंकि इसे ‘प्रोडक्शन कार’ की श्रेणी में रिकॉर्ड मिला है, इसका मतलब है कि यह सड़कों पर चलने के लिए अनुमोदित है। हालाँकि, भारत जैसे देशों में इसके आयात और रजिस्ट्रेशन के अपने नियम हैं। और सच कहें तो, भारतीय सड़कों पर 500 kmph की स्पीड से चलना तो एक सपना ही रहेगा!
2. इसकी कीमत कितनी होगी और भारत में कब तक उपलब्ध होगी?
अभी तक इसकी आधिकारिक कीमत का खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन यह एक अति-विशिष्ट हाइपरकार है और इसकी कीमत निश्चित रूप से कई करोड़ रुपये में होगी। चूंकि यह सिर्फ 30 यूनिट में ही बनाई जा रही है, इसलिए भारत में इसके आने की संभावना बहुत कम है। यह मुख्य रूप से वैश्विक संग्रहकर्ताओं के लिए बनाई गई है।
3. क्या यह टेस्ला रोडस्टर जैसी अन्य इलेक्ट्रिक हाइपरकारों से तेज है?
हाँ, बिल्कुल! Yangwang U9 Xtreme ने जो 496.22 kmph का रिकॉर्ड बनाया है, वह अब तक की किसी भी प्रोडक्शन इलेक्ट्रिक कार के रिकॉर्ड से कहीं अधिक है। इसने पेट्रोल कारों का रिकॉर्ड भी तोड़ा है, इसलिए यह फिलहाल दुनिया की सबसे तेज प्रोडक्शन कार (इलेक्ट्रिक और पेट्रोल दोनों) का खिताब अपने नाम कर चुकी है।





















