चंबा जिले में प्रकृति का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। खड़ामुख-होली मार्ग पर शुक्रवार को सुहागा गांव के पास हुए भारी भूस्खलन ने यातायात पूरी तरह से ठप कर दिया है। पहाड़ी से लगातार गिर रहे मलबे और विशाल पत्थरों के चलते क्षेत्र के हजारों निवासी और यात्री फंस गए हैं। लोक निर्माण विभाग (PWD) मार्ग को फिर से खोलने में जुटा हुआ है, लेकिन मौसम ने भी साथ नहीं दिया तो मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
क्या हुआ?
जी हाँ, चंबा में एक बार फिर से पहाड़ ने अपना गुस्सा निकाल दिया है! खड़ामुख-होली रोड पर सुहागा गांव के समीप हुए भूस्खलन ने पूरे इलाके की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है। बारिश का कहर जारी है और इसकी वजह से जिले के 187 रास्ते, 141 ट्रांसफार्मर और 120 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है और जल्द से जल्द स्थिति सामान्य करने का आश्वासन दिया है।
तुरंत कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही लोक निर्माण विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। मलबा हटाने और यातायात व्यवस्था बहाल करने का काम युद्धस्तर पर शुरू किया गया है। अधिकारियों के मुताबिक, अगर मौसम ने साथ दिया और बारिश रुकी, तो मार्ग जल्द ही खोल दिया जाएगा। हालाँकि, सड़क को हुए नुकसान को देखते हुए यह काम आसान नहीं है।
पिछला अनुभव
इसी जगह पर पिछले साल भी भारी भूस्खलन हुआ था, जिसके बाद करीब दो महीने तक वाहनों की आवाजाही बंद रही थी। इसलिए, प्रशासन ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे संभावित खतरे वाले इलाकों में यात्रा करते समय विशेष सावधानी बरतें और अगर संभव हो तो वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल करें।

जिले की हालत
भारी बारिश ने चंबा जिले के अलग-अलग इलाकों में काफी नुकसान पहुंचाया है। आइए एक नजर डालते हैं प्रभावित क्षेत्रों पर:
- बंद मार्ग: उपमंडल चंबा में 40, डलहौजी में 4, तीसा में 43, सलूणी में 27, भरमौर में 44, पांगी में 11 और भटियात में 18 मार्ग बंद हैं।
- बंद ट्रांसफार्मर: चंबा उपमंडल में 76, तीसा में 15, सलूणी में 12, भरमौर में 30 और भटियात में 8 ट्रांसफार्मर ठप पड़े हैं। विद्युत बोर्ड इन्हें ठीक करने में जुटा है।
- प्रभावित पेयजल योजनाएं: सलूणी में 50, चंबा में 28, तीसा में 15, भरमौर में 10 और भटियात में 17 पेयजल योजनाएं बंद होने से लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।
प्रशासन की ओर से आश्वासन
चंबा के उपायुक्त मुकेश रेप्सवाल ने बताया कि सभी बंद पड़े मार्गों, ट्रांसफार्मरों और पेयजल योजनाओं को जल्द से जल्द बहाल करने का काम चल रहा है। सभी विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि वे तुरंत कार्रवाई करके लोगों को राहत पहुंचाएं। उम्मीद है, जल्द ही स्थिति सामान्य होगी।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल):
1. क्या खड़ामुख-होली मार्ग अभी यात्रा के लिए सुरक्षित है?
जी नहीं, भूस्खलन के कारण यह मार्ग फिलहाल पूरी तरह से बंद है। लोक निर्माण विभाग मलबा हटाने में जुटा है, लेकिन मौसम खराब होने की स्थिति में इसमें देरी हो सकती है। यात्रा करने से पहले मार्ग की स्थिति जरूर जांच लें।
2. भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों के लिए वैकल्पिक मार्ग क्या हैं?
प्रशासन ने लोगों को वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की सलाह दी है। हालाँकि, बारिश के कारण कई अन्य मार्ग भी बंद हैं, इसलिए यात्रा से पहले स्थानीय प्रशासन या ट्रैफिक अपडेट्स जरूर देखें।
3. पेयजल और बिजली की समस्या का समाधान कब तक होगा?
विद्युत बोर्ड और जल संस्थान की टीमें ट्रांसफार्मरों और पेयजल योजनाओं को ठीक करने में लगी हैं। हालांकि, बारिश और दुर्गम इलाकों के कारण इसमें समय लग सकता है। प्रशासन ने लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है।