खिड़कियों का अनोखा चमत्कार…पर्यटकों की पहली पसंद क्यों बना गुलाबी नगरी, जानें पीछे की अनोखी वजह

Follow Us On instagram Follow Now
Subscribe Youtube Channel subscribe Now

क्या आपकी भी सोशल मीडिया फीड हवामहल और आमेर किले की तस्वीरों से भरी पड़ी है? अगर हाँ, तो आप अकेले नहीं हैं! गुलाबी नगरी जयपुर एक बार फिर पर्यटकों के दिलों पर राज कर रही है। और इस बार तो यहाँ इतनी भीड़ है कि लगता है पूरी दुनिया ही जयपुर घूमने चली आई है। चलिए, आज हम आपको बताते हैं कि आखिर क्यों हवामहल और आमेर किला हर टूरिस्ट की ‘चेकलिस्ट’ में सबसे ऊपर है।

Jaipur Favourite Tourist Point: गुलाबी नगरी की दो ज्वेल्स

जयपुर आने वाले हर पर्यटक के दिल में दो नाम सबसे ऊपर होते हैं – हवामहल और आमेर किला। हवामहल अपनी 953 अनोखी खिड़कियों और हैरान कर देने वाली वास्तुकला के लिए मशहूर है, जबकि आमेर किला आपको राजपूताना की शान, शौर्य और शाही जीवनशैली की एक झलक देता है। ये दोनों ही स्थल जयपुर की पहचान हैं और यहाँ के आकर्षण का मुख्य केंद्र।

जयपुर: जहाँ हर कोई आना चाहता है!

देसी हो या विदेशी, हर टूरिस्ट की पहली पसंद जयपुर ही है। इस बार बारिश के बाद जैसे ही मौसम थोड़ा सुहावना हुआ, पर्यटकों की संख्या में जबरदस्त उछाल आया। पर्यटन विभाग के ताज़ा आंकड़े बताते हैं कि 1 अप्रैल से 31 अगस्त, 2025 तक जयपुर में 24.52 लाख पर्यटकों ने घूमने का मज़ा लिया! और इनमें से सबसे ज्यादा भीड़ हवामहल और आमेर किले पर ही देखने को मिली। विरासत और कला के इस अनूठे संगम ने सबका दिल जीत लिया है। पिछले साल के मुकाबले इस बार पर्यटकों की संख्या में काफी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

हवा महल: जहाँ हवा भी बोलती है!

पर्यटकों की सूची में हवामहल इस बार नंबर वन पर रहा। आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल से अगस्त 2025 तक यहाँ 6,33,381 पर्यटक पहुंचे, जो पिछले साल से कहीं ज्यादा है। गुलाबी पत्थरों से बना यह ऐतिहासिक स्मारक अपनी खास खिड़कियों और अद्भुत डिजाइन की वजह से दुनिया भर के सैलानियों को अपनी ओर खींचता है। जयपुर घूमने आने वाले हर दूसरे शख्स की लिस्ट में हवामहल जरूर शामिल होता है।

आमेर किला: राजपूताना की शान

जयपुर के शाही इतिहास को दर्शाने वाला आमेर किला भी पर्यटकों का दिल जीतने में पीछे नहीं रहा। इस दौरान यहाँ 6,28,381 पर्यटक पहुंचे। आमेर किला अपने भव्य दरबार हॉल, शीश महल और ऐतिहासिक महत्व के कारण प्रसिद्ध है। विदेशी सैलानी तो यहाँ हाथी की सवारी का मजा लेने और किले की भव्यता देखने खासतौर पर आते हैं। यह स्मारक हवामहल के बाद दूसरा सबसे ज्यादा देखा जाने वाला स्थल बना।

बाकी जगहें भी रहीं पीछे!

हवामहल और आमेर के अलावा भी जयपुर के अन्य पर्यटन स्थलों ने पर्यटकों को खूब आकर्षित किया। अल्बर्ट हॉल संग्रहालय में 4,12,969 लोग आए, जबकि जंतर-मंतर में 3,29,805 दर्शक पहुंचे। नाहरगढ़ किला भी आकर्षण का केंद्र रहा और यहाँ 1,71,705 पर्यटकों ने घूमने का आनंद लिया। इसके अलावा, जैविक उद्यान, सिसोदिया रानी बाग़ और जयगढ़ किले ने भी अच्छी-खासी भीड़ देखी।

खिड़कियों

अक्टूबर में और बढ़ेगी रौनक!

पर्यटन एक्सपर्ट्स का कहना है कि अक्टूबर के बाद तो जयपुर में और भी रौनक बढ़ेगी। मौसम सुहावना होगा, त्योहारों का सीजन शुरू होगा और शादियों का दौर भी चलेगा। इससे देश-विदेश से पर्यटकों की संख्या में और तेजी आने वाली है। लगता है इस साल जयपुर ने सैलानियों के दिलों पर गुलाबी ही नहीं, रंगीन राज किया है!


जयपुर के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

1. जयपुर घूमने का सबसे अच्छा समय कौन-सा है?

जयपुर घूमने का सबसे आदर्श समय अक्टूबर से मार्च के बीच का है। इस दौरान मौसम सुहावना और ठंडा रहता है, जो घूमने-फिरने के लिए बिल्कुल परफेक्ट है। गर्मियों में यहाँ काफी गर्मी पड़ती है, इसलिए उस समय जाने से बचें।

2. क्या हवामहल के अंदर घूमने की अनुमति है?

जी हाँ! पहले केवल बाहर से ही इसकी खूबसूरती देखी जा सकती थी, लेकिन अब पर्यटक हवामहल के अंदर जा सकते हैं और उसकी ऊपरी मंजिलों से शहर का नज़ारा भी देख सकते हैं। अंदर का view और भी शानदार है।

3. आमेर किले तक पहुँचने के लिए क्या सबसे अच्छा तरीका है?

आमेर किले तक पहुँचने के कई तरीके हैं। आप पैदल चढ़ाई कर सकते हैं, जीप या कार से जा सकते हैं, या फिर राजस्थानी अनुभव के लिए हाथी की सवारी का भी विकल्प है। हालाँकि, हाथी की सवारी थोड़ी महँगी पड़ सकती है और समय भी ज्यादा लगता है।

Leave a Comment